Nojoto: Largest Storytelling Platform

खुदा ही जाने क्यों वो हमें यार मिल जाते हैं, हम मि

खुदा ही जाने क्यों वो हमें यार मिल जाते हैं,
हम मिलना न चाहें तो भी हर बार मिल जाते हैं..........
हम दास्तान-ए-हिज्र भी लिखते हैं तो अक्सर,
आखिर में कमबख़्त कैसे किरदार मिल जाते हैं..........
हम कहते हैं जब भी उनसे कि अब न मिलेंगे तो,
सामने से आकर हमारे वो बार-बार मिल जाते हैं.........
और हम पीछा छुड़ाना भी चाहें जब कभी उनसे,
तो वो हमें किसी बहाने से सरे बाज़ार मिल जाते हैं.........

©Poet Maddy खुदा ही जाने क्यों वो हमें यार मिल जाते हैं,
हम मिलना न चाहें तो भी हर बार मिल जाते हैं..........
#GodKnows#MeetUp#Story#Seperation#Charactors#End#GetRid#Market..........
खुदा ही जाने क्यों वो हमें यार मिल जाते हैं,
हम मिलना न चाहें तो भी हर बार मिल जाते हैं..........
हम दास्तान-ए-हिज्र भी लिखते हैं तो अक्सर,
आखिर में कमबख़्त कैसे किरदार मिल जाते हैं..........
हम कहते हैं जब भी उनसे कि अब न मिलेंगे तो,
सामने से आकर हमारे वो बार-बार मिल जाते हैं.........
और हम पीछा छुड़ाना भी चाहें जब कभी उनसे,
तो वो हमें किसी बहाने से सरे बाज़ार मिल जाते हैं.........

©Poet Maddy खुदा ही जाने क्यों वो हमें यार मिल जाते हैं,
हम मिलना न चाहें तो भी हर बार मिल जाते हैं..........
#GodKnows#MeetUp#Story#Seperation#Charactors#End#GetRid#Market..........
manishsaini7413

Poet Maddy

New Creator