हुस्न की नुमाइश थी , इश्क़ का बाजार था , मंज़र था आंसुओ भरा , यादों का कारोबार था , उस हुस्न के बाजार में , कुछ यूं बेईमान हुआ दिल , की ज़ुबान पर ज़िक्र बस तुम्हारा , मगर निगाहों में कोई और था , -VEER #NAUGHTYLOVE #TWIST #NOJOTOINDIA #RXVEER #FORYOUGUYS