अच्छा सुनो, खोना जानते हो तुम? कौन मैं? नहीं तो। तो, एक बार खो कर देखना; समंदर के बीच में खाली कश्ती की तरह, जो बहुत दूर तक जाती है लहरों के साथ कभी उछलती हुई सी बिखरने लगती है, कभी यूँ ही शांत चलती रहती है, तब तक, जब तक समंदर उसे खो ना दे... #खोना