बख़्शिश मे वो, मोहबब्त देते है कमाल के लोग ज़माने मे रहते है कहने को तो, वो इश्क़ करते है फिर संभाल के दिल रहते है कुछ खोया नहीं, वो कहते है तो ख़ुद मे क्या ढूँढते रहते है कहते है वो, दूर नही रह पाते तो हर बात पे रूठते क्यूँ रहते है बेचैन रहते है, वो कहते है तो चैन से सोते क्यूँ रहते है रुकते क्यूँ नही, वो कहते है दरवाज़े लगाने की ज़ल्दी मे रहते है रहा नही जाता, वो कहते है जो रुक जाऊँ तो घर क्यूँ नही रहते है फ़िक्र होती है, वो कहते है तो चौराहे पे पहरे क्यूँ रहते है ©Aparna Mishra #hindiwritercommunity #Nojoto #nojotohindi #hindipoetry #lovepoetry #hindi_shayari #hindiwriters praachi thakur Shekhar Sunil Gupta Nikhilpandey Nikhilpandey krishna bhai Internet Jockey Nilesh Dabakara Hariom Pal praachi thakur mahi Jangir ऋतेष