तू नहीं तेरी ख्वाहिश ही सही, बात नहीं,,जहन में,,तेरी बातें ही सही, मिल भी जाए दौलत,,दुनिया की किस काम की सही,, कमा ना सके दौलत जज्बातों की सही, जिस तरह फड़फड़ाते हुए पंछी को एक बूंद पानी प्यास सही तड़पते हुए दिल को एक बूंद सुकून की तो सही #रातकाअफ़साना #चांद_और_मैं #खिड़की_से_झाँक_रही_हूँ_मैं #चांद #बादलों_के_पार