मेरी यादों का मौसम सुहाना हुआ जबसे मिरी जिस्त में तेरा आना हुआ अब ना दर्द ना वो फैली तन्हाई हैं मोहब्बत में जबसे दिल दिवाना हुआ लो तय हो चुका तूँ हमसफ़र हैं मिरा तेरी ही गलियों में ये दिल आवारा हुआ होगें अब शहरों में कई लोग अच्छे तुम्हारे अलावा ना कोई मिरा अपना हुआ हम से रूठा-रूठा था खुशियों का जमाना Queen के गमों का मौसम सुहाना हुआ ।। ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1055 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।