चन्द शब्दों में बयां कर दूँ तुम्हें "माँ" इतनी मेरी औकात कहाँ ? कई खगालीं हैं मैनें किताबें पर तुम्हें परिभाषित कर दे ऐसी कोई किताब कहाँ ? ©अविनाश पाल 'शून्य' #माँ #अविनाशपाल #शून्य #किताब #परिभाषित #माँ_का_प्यार #MothersDay2021 ऋतेष Asgar Ali Warsi kuwal 7754005958