तने देख के मुर्दे भी भी चालन लाग जा जे श्मसान कानी रुख हो जा,,जे आजे मेरी जन्दगी में मैने जन्दगी भर का शुख हो जा, हांसी तेरी मात देवे गुलाबा ने, तू चांदनी करदे है मेरी अंधेरी राता में, तने देख के बंजर जमीन हरि हो जा, बता में क्यूँकर जाहिर करू मेरे जजबाता ने❣️ ©pagal shayar #InternationalEducationDay