#OpenPoetry मुन्ताज़िर आँखो की ईद कब होगी ना जाने मेरी ईद कब होगी आस्हर की नमाज़ से लेकर ईदी तक में मांगा है तुम्हें ना जाने ये दुआ कुबूल कब होगी #OpenPoetry na jane meri Eid kb hogi #priyankamauya92