आखरी लफ्ज़... तेरे हाथो की गर्माहट आज भी मुझे याद है तेरा वो बेबक़ रवैया आज भी ध्यान है फासला-ए-अफ़सोस बड़ा है कुछ इस कदर की तेरे वो आख़री लफ्ज़ आज भी याद है आखरी लफ्ज़... #गर्माहट #बेबक़ रवैया #फासला-ए-अफ़सोस #आख़री #लफ्ज़ #khnazim