झगड़ गयीं आज मेरी उलझनें मुझसे बोलीं आप मुझे यूँ ही बदनाम करते हैं, एक हम ही तो हैं जो तुम्हारी लेखनी के दाना पानी का इन्तजाम करते हैं। #सर्वाधिकारसुरक्षित #स्वरचित © #उलझनें #दानापानी #आज #हम #इंतजाम #शून्य