मेरे अल्फाज़ हलचल इरशाद काव्य चर्चा फिल्मी नग़मे वीडियो शख़्सियत वायरल हास्य मैं इनका मुरीद विश्व काव्य किताब समीक्षा मुड़ मुड़... रचना भेजिए होम वीडियो  आपके लिए फोटो मेन्यू Home › Kavya › Mere Alfaz › Mere tasavvur mein aks uska juda rehne do मेरे अल्फाज़ मेरे तस्ववुर में अक्स उसका जुदा रहने दो  shafaque rauf 112 कविताएं + 124 Views Like It 3 गम़ जमाने का बांटते मैं गम़गस्ता न हो जाऊँ खुदगर्जी जीने की तुम कुछ मुझमें भी रहने दो देखो इस क़दर से मुझे अपना आदी न बनाओ मुझे खुद से भी मिलना है मुझे तन्हा भी रहने दो फूलों की अब कदर उनको जो काँटों से हुई है जाने दो कुछ काँटों को भी खियाँबा में रहने दो मेरे महबूब की सीरत ऐसी,खार को फूल कर दे अब इसी इत्र की खुशबू में मुझे ताउम्र रहने दो उसी ने रहबर बनकर मेरा किरदार सँवारा है वहीं उंगुली पकड़ कर मेरी जाँ भी निकलने दो कोई बदगुमान मेरा हमदम हो नहीं सकता मेरे तस्ववुर में वो अक्स उसका जुदा रहने दो MujheTanhaRahneDo #sad#Love#Great#Madly#Greatfull Aashu pandey Tabrez Khan Bhüvï Sãhù💞 Sudha Tripathi yashasvi 🥀🥀