जो बिछड़ा था कल वो जुदा है अब तक, जो मसला था वो बना हुआ है अब तक! प्यास बुझाने की बातें करता था जिससे वो, वो खड्डा बिन पानी का कुआं है अब तक! उसकी उँगलियों की छुअन का नशा ना कम हो, तब से मैंने ख़ुद को भी नहीं छुआ है अब तक! बहुत कठिन था निभाना, वो निभा ना सका, मुकरना मेरे लिए पाप, बद्दुआ है अब तक! बहुत दिनों बाद एक मतला और कुछ शेर.. Pesh-e-khidmat #YQBaba #Kumaarsthought #YQDidi #हिंदी #hindi #she'r #kumaarsher #दुआ #हुआ #छुआ #बद्दुआ