चलो कोशिशें करते हैं सारे खत को जलाने की। आदत डाल लेते हैं राब्ता तनहाईयों से निभाने की। रुख चाहतों का जब मोड़ लिया है तुमने। हक़ तो अपना भी है अब तुम्हे भूल जाने की।। - क्रांति #राब्ता #तनहाईयों की #क्रांति