सुलगते रिश्ते, बिखरते अरमाँ! कहाँ तक लिए साथ-साथ चलें। कोई मिले जो शफ्फ़ाक़ रफीक़, सब कुछ भुलाकर लगा लूँ गले। #सुलगतेरिश्ते Rest Zone #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi