क्या करूं मैं ऐसा कि तुम मेरी हो जाओ, कौन से मस्जिद में करूं मैं सजदे, कौन से मंदिर में माथा टेक आऊं, कौन से पेड़ से मैं बांधू धागे, कौन से कुएं में मन्नत मांग, नाम लिख तेरा फेंक आऊं, और एक रोज़ बजे मेरे घर के दरवाज़े की घंटी, तुम किचन से कहो, खाली हो तो देख लो या मैं देख आऊं? Kaash, ik roz bje mere ghar ke darwaaze ki ghanti.... #aalokwrites #pk#dhkkn #thatsforyou #supne #kaash_ki_yun_hota #kash_aisa_hota