सिखा है, मैने बदन के लिब़ाज से... पहनावे भी फैसला करते हैं, हुजूर हमारा क्योंकि सामने वाले को अंदाजा नही होता है कि? हमारे मेहनत के मैले कपड़ो में सिक्के खनक रहें हैं या नोट भरे हैं! -ब्रजेश कुमार #aukat #pehnava #poetry #nojoto #nojotohindi #qutos #love #2liner