प्रसंसा से पिघलना मत, आलोचना से घबराना मत नि:स्वार्थ भाव से "कर्म करते रहो क्योंकि इस धरा का, इस धरा पर सब, धरा" रह जाएगा Dhanywaad Har Har Mahadev ©Mohan raj #Life Lessons Motivational My Voice