यह नज़रे भी अब तेरी दिवानी हो गयी है कुछ भी,कही भी देखों बस तुम नज़र आती हो..!! #टूटना_बिखरना_गहराई_उतरना #kavi_k_jazbat_dil_k_alfaz #kavi_ke_ehsash_e_jindgi #काव्यधारा_एक_पवित्र_प्रवाह #कवि_की_कलम_लिखती_है_लफ्ज़ #काव्य_प्रेमी #दिल_धड़कता_है_बस_तेरे_नाम_से कवि_होकर_जुदा_तुमसे_सोचों_कभी_कैसे_जीते_है