बुरे जो दिन तुम्हारे हैं, बुरे जो दिन हमारे हैं महज़ ये रात काली है, ये तारे टिमटिमाएँगे ये रब ने देख रख्खा है, तेरा हर कर्म सच्चा है ज़रा सा सब्र रख्खेगा, नज़ारे मुस्कुराएँगे Nishant Pandit ©STRK सब्र...😊💕 #pations #Sab #sayari #Poet #Light