स्वच्छता आज भावना गर कोई शेष है तो वो भय की, गाज कोरोना की ऐसी है जैसे हो प्रलय की! विचलित आवश्य हीं कर रही ये महामारी, उन्मूलित आवश्य होकर रहेगी ये दुशवारी! स्वयं स्वच्छता की गंभीरता का हो अहसास, साहस संग सतर्कता से हो दुश्मन का नाश! ©RAVINANDAN Tiwari #HealthHygiene #कच्ची_सड़क #कोरोना_कहर #हल्के_कलम