भले ही पड़े पड़े सुबह से शाम हो जाए। छोटी सी ये कोशिश देश के नाम हो जाए।। तुम राशन लेने ऐसे भी मत निकल जाना। जैसे की गली सड़क पूरा जाम हो जाए।। बाहर यूँ ही निकलने की ज़रूरत क्या है। घर रहो जब तक संकट तमाम हो जाए।। सब कुछ ही हो जाएगा पहले की तरह। और वायरस का मक़सद नाकाम हो जाए।। प्रण ले लो एक दूसरे से हाथ न मिलाना। संस्कृति वाला ही दूर से प्रणाम हो जाए।। सरकार कर रही है आज हर संभव मदद। क़ैद रहो जबतक राहत इंतज़ाम हो जाए।। आप सब लोग तब ही घरों से निकलना। जब पूरी तरह शांति का पैग़ाम हो जाए।। तमाम का अर्थ यहाँ समाप्त है। #stay_safe_stay_home #stayhome #pandemic #covid19 #yqdidi #yqquotes #fightwithcorona #nirajnandini