जिंदगी कि सरगम में कभी ख़ुशी कभी गम है आज दुख तो कल सुख होगा उम्मीदों पर सारा जहा कायम है। बस तेरे प्यार की धुन पर चलती है ये मेरी जिंदगी बस तू ही है ख़ास मेरे लिए यहाँ वरना यहाँ किसी के होने और न होने से मुझे न कोई ख़ुशी है न कोई गम है। चलो कही दूर जिंदगी कि नयी शुरुआत करते है सारी दुनिया से दूर अपनी जीवन में नयी खुशियाँ भरते है दुख के बंजर से दूर तो चलो आगे खुशियों से जीवन नम है ❤प्रतियोगिता-724❤ 👍🏻चित्र प्रतियोगिता - 206👍🏻 🤗आज की चित्र प्रतियोगिता के अंतर्गत आपको चित्र को ध्यान में रखते हुए लिखना है I ध्यान रहे कि शब्द सीमा चित्र के ऊपर ही अंकित हो सके उतनी रहे I🤗 🌟 पहले सावधानी पूर्वक "CAPTION" पढ़ें और दी हुई चुनौती को ध्यान में रखते हुए अपने ख़ूबसूरत शब्दों एवं भावों के साथ अपने एहसास कहें।