रात के आँगन में , चांदनी निखरी है। कुछ सपने छिपे हैं, कुछ यादें बिछी हैं। 'नेह' की ख़ुशबू बिखरी है। रात के आँगन में, जीवन की शबनम गिरी है। ये ख़ूबसूरत नज़ारे करते हैं कुछ इशारे आओ, आओ रात के आँगन में #रातकाआँगन #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi