सफर अनजान राहों का चलेगा इस कदर कब तक? सफर सुनसान राहों का चलेगा इस कदर कब तक? मंजिल है कहाँ खोयी खबर कुछ है नहीं उसकी अँधेरा ही अँधेरा ही दिखेगा हर तरफ कब तक? गिरूं बेशक, उठूँगा, फिर चलूँगा हर कदम तब तक दिल में जूनून है और जिन्दा ख्वाब हैं जब तक मैंने मान ली है ठान ली एक बात ये दिल से लडूंगा मैं बढूंगा मैं ये अंतिम सांस है जब तक -Pratik Singh Rajput #सफर #pratiksinghrajput #motivational #morningmotivation #manjil #anjansafar #life #struggle