जिसकी आँखों में शर्म, जेहन में #सादगी होगी। उसके लिये हर दिल में, अलग ही जगह होगी। जिन्हें लोग देखते हैं, अभी भी #तस्वीरों में। वक़्त की पाबंदियाँ, उन्होंने निभाई होगी। जिसकी आँखों में शर्म, जेहन में #सादगी होगी। उसके लिये हर दिल में, अलग ही जगह होगी। जिन्हें लोग देखते हैं, अभी भी #तस्वीरों में। वक़्त की पाबंदियाँ,