मोहब्बत को मोहब्बत से मोहब्बत हो गई और वो पगली मेरे सामने किसी और की हो गई बेवफा नहीं थी वो बस हमरे परिवार के खातिर हमरी मोहब्बत को कुर्बान कर गई वो (#Chandar_Agrawal.) मोहब्बत के खातिर