आज फिर ये मन उदास क्यों है, आज फिर मिटनेे की आस क्यों है, क्या जाना था हमने भी इस वक्त को आख़िर, कि जलते दीपक को बुझने का वही एहसास क्यों है !! #nojotohindi #aaj_fir #man #udaasi #deepak