कबीर कुआँ एक है पानी भरे अनेक बर्तन ही मे भेद है पानी भरे अनेक..... कबीर #मै मानती हु मल्लिका नाम मुस्लिम का होता पर जब मेरे दादा जी ने ये नाम रखा उन्होंने सोचा होगा जिसके पास कुछ भी कमी ना रहे, संपन्न रहे,#arabian जैस्मिन को मल्लिका कहा जाता वो एक फूल है, अब लोग इसे कई जातियों से जोड़ते है पर आज लास्ट टाइम बता दू मै नेपाली, बंगाली, मुस्लिम नहीं हु मै ब्राह्मण हु रुट बिहार झारखण्ड.. इस कारण ट्रोल 😊मत करना वरना डाटूंगी 😊समझ गए🙏🙏 ©Mallika #कास्ट