White ज़िंदगी है उसी की, जिसमें जीने की लहर चले, मुसाफिर थक चाहे जाए, कायम होता सफर चले, नींदें हमने बेची हैं, जिससे हर पल ये शहर चले, रुकना थकना मुनासिब हो, दौड़ता ये पहर चले, कामयाबी फिर भी आएगी, रास्ते चाहे सब गुज़र चले, मुकम्मल होना ही था शायद, उम्मीदों का नगर चले, तेरे दर पे मैं आया हूँ, गर बन के तू मेरा हमसफ़र चले, तूफ़ाँ कश्ती ने झेला है, बन के साथी सागर चले, तू भी मेरा बन जाएगा, बाँह थामे मेरा अगर चले, वो भी फिर बस जाएगा, गाँव जो ताउम्र बसर चले। ©Rangmanch Bharat #love_shayari #nojoto #nojotoshayari #nojotokavita #nojotohindi hindi poetry hindi poetry on life poetry