बेनकाब चेहरे हैं, दाग बड़े गहरे हैं, टूटता तिलस्म, आज सच से भय खाता हूँ। गीत नहीं गाता हूं..... -अटल दिवस 🙏 ©Abhishek बेनकाब चेहरे हैं, दाग बड़े गहरे हैं, टूटता तिलस्म, आज सच से भय खाता हूँ। गीत नहीं गाता हूँ। #AtalBihariVajpayee #ataldilse