मेरे जीवन में क़दम-क़दम पर मार्गदर्शन करने वाले सभी गुरुजनों को शत्-शत् नमन्....... अज्ञान, अन्धकार सभी, दूर किया है, हर एक बुराई को, चूर-चूर किया है, पाकर के ज्ञान आपसे, मैं धन्य हो गया, मुझमें प्रकाश आपने, भरपूर किया है।। जो पथ दिखाया उसपै, गुजारेंगे ये उमर, उसके सहारे जीतेंगे, जीवन के ये समर, जो आपके अहसान हैं, वो चुक नहीं सकते, गुरुदेव आपके, ऋणी रहेंगे उम्र भर।। हरेक मझधार से गुरुवर, मुझे तुमने निकाला है, क़दम जब डगमगाये हैं, हमेशा ही संभाला है, किये अहसान जो हम पर, वो हमसे चुक नहीं सकते, मेरे अन्धेरे जीवन में, किया तुमने उजाला है।। ---रोहित