तु मुझे कैद कर या आजाद कर दे इश्क मे थोड़ा और बरबाद कर दे जिस्म पर दिखते हैं निशां पिछले जख्म के एक दो नए निशां की और बुनियाद कर दे जो तुमसे रूठा कभी खुश न रह पाया मेरे आंसुओं को ज़माने में आबाद कर दे सो कर भी तेरे ख्यालों में जगा रहता हूँ मैं मेरी निंद के लिए खुदा से फरियाद कर दे तु मुझे कैद कर या आजाद कर दे #tarique_diaries #आजाद #बरबाद #आबाद #random #दिलसे #इश्क