कोई खुशियां लूटा के गया है, कोई खुशियां लूट के गया है। कोई दिल बहलाके गया है, कोई दिल दुखा के गया है। अब किसे बताए दास्तां ए दिल की, जिसे जैसी जरूरत थी, वैसे आजमाके गया है।। ©1mr_writer