नायक ओ स्वप्न सुन्दरी, ओ स्वप्न सुन्दरी ओ स्वप्न सुन्दरी, ओ मेरी स्वप्न सुन्दरी टूटे कमर ,ओ टूटे कमर टूटे कमर तेरी ठुमका बने कानों मे तेरी झुमके झने बातें तेरी मिसरी मे घुली हैं छलका दे ज़ाम एक एक बूँद री ओ स्वप्न सुन्दरी............................................. आँखों के ज़ाम,तेरी आँखों के ज़ाम आँखों के ज़ाम तेरे जल से भरे बाल तेरे बलखाए ज्यों हवा चले साँसें में तेरी खुशबू मिली है आ बाहों मे भर लूँ न आँख मूँद री ओ स्वप्न सुन्दरी.............................................. #प्रकाश# #स्वरा#. #नायक #प्रेम