दुवाओं की तरह जुबां से निकलेंगे हम हर बुरे उन हालातों के साथ, हालातों की तरह मजबूरियों से निखरेंगे हम हर उन चुनौतियों के साथ, चुनौतियों की तरह ज़िन्दगी से लड़ेंगे हम हर गुजरते लम्हे के साथ, लम्हो की तरह बागों में खिलेंगे हम हर दफा उन बहारों के साथ, बहारों की तरह तुमसे मिलेंगे हम हर सूखे उस पतझड़ के बाद!! शुभप्रभात प्रिय परिवारजनो। प्रस्तुत है आज का Collab चैलेंज। #पंछियोंकीतरह #yqdidi #yqbaba #NaPoWriMo