हम रोए इतने कि आँसू टपक ही नहीं पाए किसी की मिठ्ठी छुरी का जो कमाल था।।। #घात #घाव #दर्द #तकलीफ #मुस्कान #twoliner #newwritersclub #YourQuoteAndMine Collaborating with Poet Deepak Sarin