मकानों के जंगल में, चल एक मकान हम भी बनाते हैं। जिस में थोड़ी धूप हो थोड़ी छांव हो, जिस में थोड़े सुख हो थोड़े दुःख हो। जिस में ताजगी भरी सुबह हो, अलसाई सी दोपहर हो, जिसमें सुहानी शाम हो और सुकून भरी रात हो। जिसमें थोड़ी सी मैं हूं थोड़े से तुम हो, और खुशी और गम में हम हो। चल जल्दी मकानों के जंगल में एक मकान हम भी बनाते हैं, जिसे फिर हम "घर" कहकर अपना आशियाना बनाते हैं। #मकानोंकेजंगल #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine #houseorhome #makinghome #beingtogether #livingtogether Collaborating with YourQuote Didi