कुछ कहना हो शायद पर वो पल निकल जाए पकड़ में आने से पहले ही वो रेत बन हाथों से फिसल जाए, ऐसा न हो की चाहत अधूरी रह जाए सिलसिला इश़्क का मुकम्मल न हो पाए कोशिश इसलिए फिर से एक बार करो होकर खुद से मुखातिब़ इश़्क का इज़हार करो ।। "होकर ख़ुद से मुखातिब़, इश़्क का इज़हार करो" #YQdidi #YQbaba #SattyShaayri