क्यों हर बार किसी और पर आया गुस्सा किसी और पर निकलता है, और गुस्से कि आग में किसी मासूम का जिस्म रौंदता जलता पिघलता है, साला बुज़दिल इंसान जब लड़ नहीं पाते हैं बराबरी वालों से, तो गुस्सा किसी बेगुनाह पर निकलता है, शर्म करो और जरा सोचो क्या बीती होगी उस मां बाप पर, जिनकी बेटी जातिवाद की बहस में हवसखोरो के हाथों बली चढ़ गयी। Aur us parivar ko apni beti ko aakhri baar dekhna tak naseeb na hua...besharm aur patthar dil prashashan ne us beti ko unhi jala diya antim sanshakar ke naam par 😭😭 #JUSTICEFORMANISHA