एक दिन हाथों से अपने गुलाल लगा दे लगा कर गुलाल मेरा नूर बड़ा दे खो चुकी मैं कन कन में तेरे मुझे मुझसे ही रूबरू करा दे ये ख्वाहिश है मेरी तेरे रंग रंगुं तेरे संग रहुं तेरे संग जियुं तेरे संग मरूं ©Suraj Mathur #gulal