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प्रेम लिखने का ये अर्थ कदापि नहीं है कि प्रेम लिखन

प्रेम लिखने का ये अर्थ कदापि नहीं है कि प्रेम लिखने वाला प्रेम में ही हो,
और उदासी को लिखने का ये अर्थ नहीं की बिछोह हो गया हो,
कविता लिखने वाला मुक्त रुप से अपनी कल्पना को लिखता है,
लिखने वाले को नहीं जरूरत प्रेम में पड़ने की प्रेम को लिखने के लिए।

©Priya Gour
  🌸🌸
प्रेम पसंदीदा विषयों में से एक है इसलिए जी भर लिखती हूँ...
जिससे प्रेम हो उसको अभी महादेव भेजे नहीं है जीवन में 😂🤭
#Likho 
#love
#5April 7:36
priyagour7765

Priya Gour

Gold Star
Super Creator

🌸🌸 प्रेम पसंदीदा विषयों में से एक है इसलिए जी भर लिखती हूँ... जिससे प्रेम हो उसको अभी महादेव भेजे नहीं है जीवन में 😂🤭 #Likho love #5April 7:36 #विचार

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