हुजूम बड़े हैं आसपास लगा हुआ जैसे कोई मेला है अर्थी कंधों पर बेशक है शरीक जनाजे में सब हैं मगर जाने वाला फ़िर अकेला है जीते जी मीट जाएँ फ़ासले तो ठीक शायर मर मिटे तो क्या हिसाब किसने थामे हाथ किसने खाई में धकेला है ©Khanpuriwrite Insta #adventure #faasle #janaja #Tmasha #Apne #gair