हम किस स्थान पर क्या, कितना और किस तरह बात करते है यह बहुत हद तक हमारी मानसिकता प्रदर्स्तीत करता है । हम अपनी बात रखने के लिये स्वतंत्र भी है, पर ये बाते हमारा चेहरा भी है यह भी याद रखा जाना ज़रूरी है। अपका ओहदा कितना भी बड़ा क्यूँ न हो अपका दूसरों के प्रती व्यवहार, और बोलने के लहजे से आप किसी के नज़र मे चढ़ भी सकते है और उतर भी सकते है, हो सकता है आपको कोई फ़र्क न पड़े, पर ये महज़ आपकी गलतफहमी है क्यूँकी फ़र्क पड़ता है मेरे दोस्त ! ©gudiya #boli #lahza #Nojoto #Mic