हाथों में हाथ लेकर वह बताने लगी, इश्क करती हूं तुमसे समझने लगी! इजहार करने की अदा कुछ ऐसी थी, गुलाबी आंखों से जाम पिलाने लगी! रात गुजारी हमारी ना उस रात को, इस कदर मेरे ख्वाबों में आने लगी अरमान मैंने सजाए थे लाखों मगर मुझे छोड़कर फिर वह जाने लगी घर लूट ले जाती वो मेरे जायदाद को, गम ना था मगर वह नींदें चुराने लगी! पता चला कि यह इश्क का दस्तूर है, औरों को भी यह 'सपने देखने लगी! #izhar #aankhe #khwab #churana #chle_jana #dil_k_mariz #bewafa_glt_h_khna