सोचते हैं अक्सर तुम पर एक किताब लिखें, किताब के उन पन्नों पर, दिया जो तुमने ज़ख़्म वो गहरा लिखें, या गम का पूरा सागर लिखें, सोचते हैं अक्सर तुम पर एक किताब लिखें। सोचते हैं अक्सर तुम पर एक किताब लिखें, किताब के उन पन्नों पर, दिया जो तुमने ज़ख़्म वो गहरा लिखें, या गम का पूरा सागर लिखें,