खुदा ने भी कितनी फुरसत और दिल-ओ-जान लगाकर करी होगी माँ के हर अंग-अंग की कारीगरी उसकी तो एक प्यारी हँसी देखकर हो जाती है जन्नत नसीब, वरना कोई इतनी खूबसूरत कैसे निभा सकता है अदाकारी माँ मुझे भी सीखनी है वो रोटीयाँ बनाते समय हाथ जलने के बावजूद घर का सारा काम करने की कलाकारी माँ की तो गोद में मिलती है सुकून की चादर जिसे ओढकर हम भूल जाते है सब दुख,गम और ये तकलीफें सारी तुम्हारे एक चुंबन से मैं लड़ जाऊ हर बीमारी से ए खुदा आपने कैसे भरी होगी एक ही हुस्न में इतनी जादूगरी #कोराकाग़ज़ #kkहुस्नकीजादूगरी #रमज़ान_कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #kkr2021 #tigreess