हमारी दास्ताँ होगी कहीं इस शाम के आगे कभी तो मैं चलूँगा हाथ तेरा थाम के आगे मैं अक्सर ढूँढता हूँ इस जहाँ में एक वो जगह जहाँ पर तुम लिखी होगी मेरे इस नाम के आगे मिट्टी मेरे मन की सौंधी हो जाये एक ही बात है तुम आओ या बारिश आये #EscapeEvening #saath #together #baarish #tum #Likhi