अभी तो मैं बच्चा ही हुँ.... माना मोहब्बत की उम्र नहीं मेरि.....दिमाग से अभी कच्चा ही हुँ.. पर दिल मेरा भी धड़कता है पर दिल...मेरा भी धड़कता है अभी तो मैं बच्चा ही हुँ..... कौन किसको कितना और क्यू चाहता है? ये भला कौन जानता है? कौन किसको कितना और क्यू चाहता है? ये भला कौन जानता है? देखना तुम जरा सावधान रहना ये जमाना बोहोत बुरा है ये मोहब्बत के नाम पर जिस्म मांगता है माना बात ज़रा सी बड़ी कर दी.... माना बात ज़रा सी बड़ी कर दी पर दिल से तो मैं सच्चा ही हुँ..... माना मोहब्बत की उम्र नहीं मेरि.....दिमाग से अभी कच्चा ही हुँ.. पर दिल मेरा भी धड़कता है पर दिल...मेरा भी धड़कता है अभी तो मैं बच्चा ही हुँ.....✍️Sarvesh Kumar Dubdy नई कविता..... अभी तो मैं बच्चा ही हुँ.... माना मोहब्बत की उम्र नहीं मेरि.....दिमाग से अभी कच्चा ही हुँ.. पर दिल मेरा भी धड़कता है पर दिल...मेरा भी धड़कता है अभी तो मैं बच्चा ही हुँ..... कौन किसको कितना और क्यू चाहता है? ये भला कौन जानता है? कौन किसको कितना और क्यू चाहता है? ये भला कौन जानता है? देखना तुम जरा सावधान रहना ये जमाना बोहोत बुरा है ये मोहब्बत के नाम पर जिस्म मांगता है माना बात ज़रा सी बड़ी कर दी.... माना बात ज़रा सी बड़ी कर दी पर दिल से तो मैं सच्चा ही हुँ..... माना मोहब्बत की उम्र नहीं मेरि.....दिमाग से अभी कच्चा ही हुँ.. पर दिल मेरा भी धड़कता है पर दिल...मेरा भी धड़कता है अभी तो मैं बच्चा ही हुँ.....✍️S.K.Dubey #shayari #poem #love #nojoto #brokenheart