आपकी इस कुर्बानी को खुशी खुशी जो लुटा दिये अपनी इस जवानी को पूरी कविता यहाँ पढ़ें भुला नहीं सकेंगे हम आपकी इस कुर्बानी को खुशी खुशी जो लुटा दिये अपनी इस जवानी को मीडिया का ये खेल निराला